लखनऊ पटाखा फैक्ट्री विस्फोट: दर्दनाक हादसे ने हिलाया शहर
31 अगस्त 2025 को लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र स्थित बेहटा (बेतहा) बाजार में हुए एक भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके को दहला दिया। यह धमाका एक अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्री में हुआ, जो एक मकान के भीतर संचालित की जा रही थी। विस्फोट इतना जोरदार था कि घर मलबे में तब्दील हो गया और आसपास के कई मकानों की दीवारें व छतें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। इस हादसे में अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि पाँच से छह लोग घायल बताए जा रहे हैं।
हादसा कैसे हुआ
स्थानीय लोगों के अनुसार फैक्ट्री में लंबे समय से पटाखे बनाने का काम चल रहा था। रविवार दोपहर अचानक तेज धमाका हुआ, जिसकी आवाज़ दूर तक सुनाई दी। घर के अंदर रखे बारूद और अन्य कच्चे माल के कारण आग और विस्फोट ने भयावह रूप ले लिया। विस्फोट के बाद फैक्ट्री ध्वस्त हो गई और कई लोग मलबे में दब गए।
मृतक और घायल
मरने वालों की पहचान आलम और उनकी पत्नी मुन्नी के रूप में हुई है। दोनों उसी घर में रहकर पटाखों का निर्माण कर रहे थे। हादसे में घायल लोगों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। परिजनों का कहना है कि फैक्ट्री का संचालन लंबे समय से हो रहा था, लेकिन शिकायतों पर पर्याप्त कार्रवाई नहीं हुई।
बचाव और राहत कार्य
धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस तथा SDRF की टीमें मौके पर पहुँच गईं। मलबा हटाने का काम जारी है और आशंका है कि अभी और लोग दबे हो सकते हैं। संभावित द्वितीयक विस्फोट से बचाव के लिए BDDS की टीम भी तैनात है।
प्रशासन और सरकार की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए। साथ ही अवैध पटाखा फैक्ट्रियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें।
अवैध फैक्ट्रियों पर सवाल
- आवासीय इलाके में खतरनाक गतिविधि—अनुमतियाँ और सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न।
- स्थानीय स्तर पर मिली शिकायतों पर कार्रवाई की कमी।
- सुरक्षा मानकों की अनदेखी से जन-धन का नुकसान।
निष्कर्ष
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि लापरवाही और अवैध गतिविधियों का परिणाम है। पटाखों जैसा खतरनाक कार्य बिना अनुमति और सुरक्षा उपायों के बीच चलाना लोगों की जान से खिलवाड़ है। अब जबकि दो जिंदगियाँ जा चुकी हैं और कई परिवार प्रभावित हैं, प्रशासन को सख्त कदम उठाने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की ज़रूरत है। सुरक्षा नियमों की अनदेखी की कीमत बहुत भारी पड़ती है—इसी सीख के साथ नागरिकों को भी अवैध गतिविधियों की सूचना समय पर देना चाहिए।
Post a Comment